Shanidev maharaj: सिर्फ डराते ही नहीं बल्कि डरते भी हैं शनिदेव…जानिए न्याय के देवता को किसका है खौफ?
Shanidev maharaj: आपने अक्सर सुना होगा कि फलां व्यक्ति पर शनि की कुदृष्टि पड़ी है, या उस पर शनि की साढ़े साती का प्रकोप है. ऐसा माना जाता है कि जिस भी व्यक्ति पर शनि देव की बुरी छाया होती है, उस व्यक्ति का जीवन संकटों से ग्रस्त होता है. ऐसे में लोग शनि देव की बुरी नजर से बचने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं. और कोशिश करते हैं कि उनके हाथों से ऐसा कोई काम ना हो जाए, जिससे शनि देव उससे नाराज हो जाएं. क्योंकि शनि देव न्याय के देवता है,
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और जो भी व्यक्ति नीति और शासन के विरुद्ध कोई काम करता है, तो शनि देव उसे दंडित करते हैं. इसलिए लोग शनि देव से काफी खौफ खाते हैं कि कहीं शनिदेव की कुदृष्टि पड़ गई, तो शनि देव के प्रकोप से उन्हें कौन बचाएगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिन शनि देव से समस्त मानव और राक्षस जाति डरती है. वे शनि देव भी इन लोगों से काफी डरते हैं. हमारे आज के इस लेख में हम आपको उन्हीं के बारे में बताने वाले हैं, जिनसे शनि देव तक डरते हैं.
इन लोगों से खुद भय रखते हैं शनि देव …
महादेव
देवों के देव महादेव से शनि देव काफी डरते हैं. इसके पीछे एक धार्मिक कहानी प्रचलित हैं. कहते हैं एक बार जब सूर्यदेव के कहने पर शंकर जी ने शनि देव पर प्रहार कर दिया था. तब शनिदेव मूर्छित हो गए थे. कहते हैं तभी से शनिदेव महादेव को अपना गुरु मानकर उनसे काफी खौफ खाते हैं. ऐसा माना जाता है कि अगर आप शनि की गोचर दृष्टि के प्रभाव से बचना चाहते हैं तो आपको अवश्य ही महादेव की आराधना करनी चाहिए.
शनि देव की पत्नी
शनि देव अपनी पत्नी से भी काफी डरते हैं. इसके पीछे का कारण है कि जब शनि देव एक बार अपनी पत्नी से मिलने पहुंचे. तब उनकी पत्नी ऋतु स्नान करने के बाद अपने ईष्ट देव श्री कृष्ण का स्मरण कर रही थी. ऐसे में शनिदेव के टोकने से उनकी तपस्या भंग हो गई. जिसके बाद उन्होंने शनिदेव को श्राप दे दिया. तब से शनिदेव अपनी पत्नी से भी भय खाते हैं. कहते हैं अगर आप शनि देव की बुरी छाया से बचना चाहते हैं, तो शनि देव की पत्नी का नाम मंत्र के तौर पर जपने से आपको लाभ होगा. शनिदेव की जिस पत्नी ने उन्हें श्राप दिया था, वे राजा चित्र रथ की कन्या थी, जबकि शनि देव की अन्य 7 पत्नियों का नाम जपने से भी आपको शनि देव की बुरी छाया से छुटकारा मिलता है.
श्री कृष्ण
शनि देव जगत के पालनहार भगवान विष्णु के श्री कृष्ण अवतार से भी खौफ खाते हैं. इसका कारण ये है कि शनि देव श्री कृष्ण को अपना ईष्ट देव मानते हैं. ऐसे में जब एक बार शनिदेव श्री कृष्ण के दर्शन पाने के लिए कठोर तपस्या कर रहे थे. तब शनिदेव की तपस्या से प्रसन्न होकर श्री कृष्ण ने उन्हें कोयल रूप में दर्शन दिए थे. कहते हैं तभी से शनिदेव श्री कृष्ण के भक्तों का बाल तक बांका नहीं कर सकते हैं.
पीपल का पेड़
पीपल के पेड़ और शनि देव की एक पौराणिक कथा प्रचलित है. जिसके अनुसार, शनिदेव उन व्यक्तियों पर कभी भी अपनी कुदृष्टि नहीं डालेंगे, जो व्यक्ति शनिवार और मंगलवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करेगा और दीपक जलाएगा. मान्यता है कि पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करने और दीपक जलाने से व्यक्ति पर कभी शनि की कुदृष्टि नहीं पड़ती है.
हनुमान जी
शनि देव हनुमान जी से काफी भयभीत रहते हैं. जिसका कारण है कि एक बार शनिदेव ने हनुमान जी को युद्ध के लिए ललकारा. जिस पर हनुमान जी जोकि श्री राम की भक्ति में लीन थे. उन्होंने उनपर प्रहार कर दिया. जिसके बाद से शनिदेव के जख्मों को ठीक करने के लिए उनपर तेल चढ़ाया जाता है. और तभी से ही शनिदेव हनुमान जी से काफी डरते हैं और जो भी भक्त हनुमान जी की भक्ति करता है उस पर सदा शनिदेव अपनी अच्छी दृष्टि बनाए रखते हैं.
काले तिल
शनिदेव को काले तिल से भी बेहद डर लगता है. कहते हैं कि एक बार जब शनिदेव के पिता सूर्य उनसे नाराज हो गए थे. तब शनिदेव ने उनकी काले तिल से पूजा की थी. तभी से सूर्य देव और शनि देव की पूजा में काले तिल का इस्तेमाल किया जाता है. इतना ही नहीं, कहते हैं यदि आप काले तिल शनि देव को अर्पित करते हैं तो उनका क्रोध कम हो जाता है.