Greater Noida वेस्ट में जाम से निपटने के लिए डायवर्जन का ट्रायल हुआ फेल, चंद घंटों में वापस लेना पड़ा प्लान

Greater Noida वेस्ट में बड़ी तादाद में लोग रहते हैं, यहां के रहने वाले लाखों लोग रोजाना काम की तलाश में दिल्ली या फिर नोएडा का रुख करते हैं।अपना वाहन हो या पब्लिक ट्रांसपोर्ट सबको सुबह-शाम जाम के झाम से गुजरना पड़ता है।जाम की वजह से ऑफिस पहुंचने वाले लोगों को चंद मिनटों की दूरी को तय करने में घंटों का समय लग जाते है। परथला सिगनेचर ब्रिज बनने के बाद दावा किया जा रहा था कि जाम कम होगा लेकिन जाम का दबाव अब शाहबेरी गोल चक्कर यानी एक मूर्ति पर लगने लगा है।
जाम की वजह से किया गया रूट डायवर्जन
जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए मंगलवार को यातायात पुलिस ने ट्रायल शुरू किया था जिसके तहत शाहबेरी गोल चक्कर पर लगने वाले जाम को खत्म करने के लिए रूट डायवर्जन का प्लान बनाया गया था।एक मूर्ति गोल चक्कर से शाहबेरी की तरफ जाने वाले वाहनों को हिंडन नदी से आगे बने यूटर्न से वापस आना होगा जिसके बाद दोबारा एक मूर्ति चौक से शाहबेरी के ज़रिए गाजियाबाद जाने दिया जा रहा था वही कुछ ट्रैफ़िक को किसान चौक से एनएच-24 को तरफ़ भेजा जा रहा था ताकि वहाँ से लोग क्रॉसिंग रिपब्लिक को जा सके।
लोगों को करना पड़ा मुश्किलों का सामना
एक मूर्ति चौक से लगभग ढाई किलोमीटर आगे से यू-टर्न लेकर वापस आने की वजह से लोगों को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।ट्रैफ़िक विभाग के इस रूट डायवर्जन ट्रायल का ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों ने तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विरोध जताना शुरू कर दिया और टि्वटर हैंडल पर यहां के निवासियों ने जाम की कई वीडियो अपलोड की जिसमें लोगों को पर्थला गोल चक्कर के पास से जाकर यूटर्न लेकर गाजियाबाद और क्रॉसिंग रिपब्लिक की तरफ आना पड़ रहा था सोशल मीडिया पर लोगों ने इस ट्रैफिक डायवर्जन को पूरी तरह से फेल बताया।
लोगों की आलोचना के बाद ट्रैफिक विभाग ने इस डायवर्जन को चंद घंटों के भीतर ही वापस ले लिया और लोगों को एक मूर्ति गोल चक्कर से क्रॉसिंग रिपब्लिक से होते हुए गाजियाबाद जाने दिया जाने लगा।फ़िलहाल प्राधिकरण और यातायात पुलिस ट्रैफिक के दबाव की वजह से लगने वाले जाम को कम करने के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कई नए प्लान पर काम कर रहा है जिसके ज़रिए इलाके में लगने वाले जाम को कम किया जा सकता है।मौजूदा समय में ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लगने वाला जाम ट्रैफ़िक विभाग के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है।