Amarnath Yatra: आज से शुरू हो रही है बाबा अमरनाथ की यात्रा, जानें इससे जुड़े अनोखे रहस्य

 
Amarnath Yatra: आज से शुरू हो रही है बाबा अमरनाथ की यात्रा, जानें इससे जुड़े अनोखे रहस्य

Amarnath Yatra: अमरनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण तीर्थस्थानों में से एक है. यह मंदिर जम्मू और कश्मीर राज्य के अनंतनाग जिले में स्थित है. यह मंदिर हर साल आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी से पूर्णिमा तक की अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए खुलता है.

अमरनाथ (Amarnath Yatra) की यात्रा

यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को लगभग 14 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है, जो बर्फीले पहाड़ों, घाटी की खूबसूरती से घिरी है. यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को श्री अमरनाथ गुफा में स्थित शिवलिंग की पूजा और दर्शन करने का अवसर प्राप्त होता है. यह शिवलिंग बर्फीले गुफा में स्थापित है और इसे मान्यता है कि यहीं पर्वतीजी ने अपने पति भगवान शिव से अमरत्व की वरदान प्राप्त किया था.

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अमरनाथ (Amarnath Yatra) मंदिर में भगवान शिव को एक विशेष प्रकार के पत्थर के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है जिसे शिवलिंग कहा जाता है. यह शिवलिंग विशेष धातु से बना होता है और उसे दिनभर श्रद्धालुओं की आराधना के लिए अर्पित किया जाता है.

अमरनाथ मंदिर भोलेनाथ का स्थान है और श्रद्धालुओं को इस स्थान की पवित्रता और आध्यात्मिकता का अनुभव करने का मौका प्रदान करता है. इसे भक्तों और पर्यटकों का आकर्षण केंद्र माना जाता है और यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जहां लोग शिव की आराधना करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.

अमरनाथ (Amarnath Yatra) से जुड़े रहस्य

1. अमरनाथ की उत्पत्ति- पौराणिक कथा के अनुसार, पांडव वंशीय राजा राजा दिलीप ने अमरनाथ (Amarnath Yatra) की उत्पत्ति की है. उन्हें इच्छा हुई थी कि वह अमरनाथ गुफा में भगवान शिव की विशेष उपासना करें. इस कथा के अनुसार, अमरनाथ गुफा को पहली बार प्रगट होने वाली दिव्य ज्योति का श्रेय राजा दिलीप को दिया गया था.

2. शिवलिंग की रचना- एक और कथा के अनुसार, भगवान शिव ने पर्वतीजी के साथ एकांतवास में रहने के लिए गुफा में आवास बनाया.जब वे गुफा में थे, तो भगवान ने अपने रूप में एक शिवलिंग की रचना की. इसलिए आज भी शिवलिंग गुफा में स्थापित है और इसे देखने के लिए हर साल देश के कोने- कोने से श्रद्धालु यहां बाबा के दर्शन के लिए आते हैं.

3. अमरनाथ की रक्षा- एक और पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरनाथ की यात्रा के बारे में बताया और उन्हें यहां जाने का व्रत करने का कहा. इस यात्रा के दौरान, भगवान शिव ने अपने वाहन नंदी को आदेश दिया कि वह अमरनाथ गुफा के द्वार पर सुरक्षा करें.इसलिए ऐसी मान्यता है कि अमरनाथ गुफा में नंदी देवता आज भी सुरक्षा करते हैं.

4. शिवलिंग का स्वरूप- अमरनाथ (Amarnath Yatra) मंदिर में प्रमुख रहस्य में से एक है भगवान शिव के अनुपस्थित शिवलिंग का स्वरूप. वास्तव में, अमरनाथ गुफा में नदी के द्वारा निर्मित शिवलिंग को मान्यता है कि यह रणभूमि में भगवान शिव द्वारा स्वयं बनाया गया है. इस शिवलिंग को देखने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं.

5. बाबा बर्फानी की कथा- अमरनाथ की एक और कथा में बाबा बर्फानी के रहस्य हैं। कथा के अनुसार, बार्फानी बाबा एक योगी थे जो अपने तपस्या के दौरान यहां आए थे। वे शिव के अवतार माने जाते हैं और उनकी जड़ों से निकली धारा में अमरनाथ का जल प्रवाहित होता है.

6. नंदी की सुरक्षा- एक रहस्यमयी कथा के अनुसार, अमरनाथ (Amarnath Yatra) में नंदी वाहन की रक्षा करने के लिए अमर कबूतरों का उल्लेख होता है. कहा जाता है कि पर्यटन सीजन में दिखाई देने वाले कबूतर यात्रियों की सुरक्षा और दिशा-निर्देशन के लिए बने होते हैं.

ये कथाएं और रहस्य अमरनाथ मंदिर और यात्रा से जुड़ी हुईं हैं. ये रहस्यमयी कथाएं आध्यात्मिक और श्रद्धा संबंधी विश्वासों का हिस्सा हैं.

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